जीवन परिचय

Droupadi Murmu Biography in Hindi | राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू जीवन परिचय, पिछले कार्यालय, वेतन, नेट वर्थ और Successful राष्ट्रपति बनने तक का सफर 2023

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 द्रोपदी  मुर्मू हमारे देश के 15 वे राष्ट्रपति और भारत के दूसरे महिला राष्ट्रपति में से एक है. 2022 में हुई राष्ट्रपति चुनाव के दौरान  भारत के 15 में राष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ( एनडीए)  के उम्मीदवार के रूप में भाजपा द्वारा  नवनीत किया गया था. और दूसरी तरफ विपक्षी दल में यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया था. और इस चुनावी वक्त में द्रौपदी मुर्मू ने अपने उम्मीदवारी के लिए समर्थन में विभिन्न राज्यों का दौरा भी किया था.

और अंत में 21 जुलाई 2022 को हुई राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू ने यशवंत  सिन्हा कोशीला 676830 फोटो के साथ 28 में से 21 राज्यों मैं हराकर पूर्ण बहुमत के साथ भारत के  15 वे राष्ट्रपति के लिए चुना गया  था. राष्ट्रपति बनने से पहले द्रौपदी आखिर कौन थी क्या करती थी और द्रौपदी मुर्मू की इतिहास क्या है आइए जानते हैं इसी सब से जुड़ी  द्रोपदी मुर्मू की बायोग्राफी (Droupadi Murmu Biography in hindi )के बारे में विस्तार में.

Table of Contents

 द्रोपदी मुर्मू कौन है ? (Who is Droupadi Murmu )

  द्रोपदी मुर्मू भारत के 15 वे राष्ट्रपति और भारत के  दूसरे महिला  राष्ट्रपति है. जिन्होंने 2022 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में  विपक्षी यशवंत सिन्हा को भारी मतों से हराते हुए 26 जुलाई 2022 को भारत के  15 वे राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी.  मुर्मू को भारत के पूर्व राष्ट्रपति,  भारत के 48 में मुख्य न्यायाधीश एनवी  रामाना, उपराष्ट्रपति प्रधानमंत्री और अन्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में शपथ ली थी.

द्रौपदी  मुर्मू की जीवन परिचय (Droupadi Murmu Biography in Hindi )

नामद्रौपदी  मुर्मू (Draoupadi Murmu )
पिताजी का नाम बीरांची नारायण युटुब टुडू
जन्मतिथि20 जून 1958
पेशाराजनीतिज्ञ ( भारत जनता पार्टी)
पदभारभारत के 15वे राष्ट्रपति
पदभार ग्रहण की तारीख25 जुलाई 2022
जन्म स्थानरायरंगपुर के वेदा पूसी क्षेत्र के उपरबेड़ाओडिशा
जाति संताली अनुसूचित जनजाति
धर्महिंदू

द्रौपदी  मुर्मू की व्यक्तिगत जीवन ( Early Life )

द्रौपदी मुरमू की जन्म 20 जून 1958 को उड़ीसा के रायरंगपुर के बाद आपूर्ति क्षेत्र के बैदापोसी क्षेत्र के उपरबेड़ा गांव  मैं एक संताली परिवार में हुआ था.  उनके पिताजी का नाम  बिरंचि नारायण टूडू है. और उनके पिता एक किसान थे. द्रोपदी के पिता और दादा जी ग्राम परिषद के पारंपरिक प्रमुख हुआ करते थे. उनके पिताजी  और उनके परिवार ने द्रोपदी का नाम  पुति टुडु रखा था.  और बाद में जब द्रोपदी स्कूल जाने लगी तो उनके एक शिक्षक ने उनका नाम बदल कर  द्रोपदी कर दिया.

द्रौपदी मुर्मू की प्रारंभिक शिक्षा (Educations)

 द्रौपदी मुर्मू ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पास के ही ऊपर बेला के स्थानीय प्राथमिक स्कूल में की थी. उसके बाद उन्होंने आगे के पढ़ाई के लिए भुवनेश्वर चली गई.  और वहां से उन्होंने गर्ल्स हाई स्कूल सेव माध्यमिक शिक्षा पूरी की.  और अपनी स्नातक की पढ़ाई रामा देवी महिला कॉलेज से बीए  संकाय से उत्तीर्ण  किया था.

द्रोपदी मुर्मू की शादी पति और बच्चे (Husband & Family)

द्रोपति मुर्मू ने 1980 में श्याम चरण  मुर्मू के साथ शादी की जो एक बैंकर थे. द्रोपदी मुर्मू की दो बेटे थे और एक बेटी हुई थी.  लेकिन 2009 से 2015 तक की अवधि में उनके पति, दोनों बेटे,  माताजी और एक भाई की मृत्यु हो गई.

पति का नामश्याम चरण मुर्मू
बेटों का नाम ज्ञात नहीं है
बेटी का नामइतिश्री मुर्मू 

द्रोपदी मुर्मू की राजनीतिक कैरियर का शुरुआत (Early Political Career )

1979 से लेकर 1983 तक द्रौपदी मुर्मू ने उड़ीसा सरकार के  सिंचाई विभाग में कनिष्ठ सहायक के रूप में काम किया.  उसके बाद फिर उन्होंने 1994 से 1957 तक अपने ही क्षेत्र रायरंगपुर में अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर में एक शिक्षिका के रूप में काम किया.  वहां रखे उन्होंने हिंदी,  ओड़िया, गणित और भूगोल विषय में  पढ़ाया था.  स्कूल में पढ़ाते वक्त उन्होंने कभी भी  अपने पूर्ण वेतन कभी नहीं लिया..

द्रौपदी  मुर्मू की राजनीतिक जीवन (Political Career )

द्रौपदी मुर्मू ने 1997 में महिलाओं के हित के लिए स्वतंत्र बुधवार के रूप में रायरंगपुर नगर पंचायत  से चुनाव लड़ी और उस चुनाव में जीत हासिल करते हुए पार्षद चुनी गई.  उसके बाद मुर्मू ने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के लिए इच्छा जताई और वह 1997 में ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई और वहां से अपना राजनीतिक  की शुरुआत की.

आगे उन्होंने रायरंगपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से 2000 ईस्वी में ओडिशा विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की और 2000 से लेकर 2009 तक उड़ीसा विधानसभा में अपनी सेवा प्रदान की. उस वक्त भारत जनता पार्टी और बीजद गठबंधन सरकार के दौरान में मुर्मू वाणिज्य राज्यमंत्री भी बनी.  और उसके बाद 6 मार्च 2000 से लेकर 6 अगस्त 2002 तक परिवहन मंत्रालय और 2002 से 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास मंत्री बंद कर अपनी सेवा प्रदान की. 

 2007 में उन्होंने उड़ीसा विधानसभा क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए नीलकंठ पुरस्कार भी प्रदान किया गया था.  उसके बाद 2009 में आगे  मयूरभंज लोक सभा क्षेत्र से लोकसभा चुनाव के वक्त में बीजक और भाजपा की गठबंधन समाप्त  होने के कारण वह चुनाव हार गई.  उसके बाद 2013 में भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के लिए चुनी गई 2015 तक जिला अध्यक्ष या बनकर अपना सेवा प्रदान की.

 2015 से 2021 तक की अवधि में झारखंड के राज्यपाल की सफर

द्रौपदी मुर्मू ने 18 मई 2015 को झारखंड के राज्यपाल बनी.  और झारखंड के राजपाल में पद संभालने वाली पहला महिला बन गई.  झारखंड के राजपाल के रूप में उन्होंने 6 साल तक अपना सेवा प्रदान किया. 6 साल के अवधि में द्रौपदी  मुर्मू झारखंड के सरकार के सत्ता में थी साथी इस दौरान केंद्र  सरकार के सत्ता में भी शामिल थी.  2019 में विधानसभा की चुनाव में द्रोपति मुर्मू ने हेमंत सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ भी दिलाई थी. द्रौपदी मुर्मू ने 2015 से 2021 तक झारखंड के राज्यपाल के रूप में 6 साल तक अपना सेवा प्रदान की.

झारखंड में धर्म और भूमि बिल की प्रावधान

द्रोपदी मुर्मू ने झारखंड विधानसभा द्वारा पारित धर्म स्वतंत्रता विधेयक 2017 और भूमि अधिग्रहण 2013 अधिनियम में संशोधन करने वाले विधेयक को मंजूरी दी थी. नया धर्म विधेयक में किसी व्यक्ति को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करने या लालच देकर धर्म परिवर्तन करवाने की अपराध करने पर,  उस व्यक्ति पर 3 साल के लिए जेल की सजा  की प्रावधान है.  इसी तरह यदि कोई व्यक्ति जबरदस्ती किसी व्यक्ति का जाति या धर्म खासकर अनुसूचित जाति और जनजाति सदस्य का चाहे वह नाबालिग हो या चाहे वह महिला हो तुम लोगों की धर्म परिवर्तन कराने का कोशिश करने जैसे अपराध करने पर  4 साल तक की जेल की अवधि बढ़ा दी जाती है.

इस विधेयक में  जो व्यक्ति स्वयं अपने  धर्म परिवर्तन  करना चाहता है. तो उस व्यक्ति को सूचित करना और अपने परिस्थितियों के बारे में पूरी जानकारी देना अनिवार्य कर दिया गया. 2013 में संशोधन भूमि अधिग्रहण अधिनियम मुआवजे की अवधि और सामाजिक प्रभाव मूल्यांकन के लिए आवश्यकता में बदलाव भी शामिल थे.  इसके  अधिनियम के तहत कानून के द्वारा आदिवासी की भूमि की अधिग्रहण के लिए मुआवजे का भुगतान 6 महीने के भीतर किए जाने चाहिए इस तरह का विधेयक लाया गया. 

द्रौपदी मुरमू की राष्ट्रपति  बनने तक का सफर

 जून 2022 में भाजपा ने अगले राष्ट्रपति के पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया.  इसी तरह अगले राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार में विपक्षी दोनों से यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया था.  द्रोपदी मोनू ने अपने राष्ट्रपति चुनाव के अभियान के दौरान उन्होंने अपनी उम्मीदवारी के समर्थन के लिए विभिन्न राज्यों का दौरा भी किया था.

अंत में उन्होंने 1 जुलाई 2022 को हुई राष्ट्रपति चुनाव में  विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को 676803 चुनावी भूतों के साथ कुल 64%  भूतों के साथ 28 राज्य में से एक किस राज्य में पूर्ण रूप से बहुमत हासिल किया और हमारे देश भारत के 15वें  राष्ट्रपति बन गई.  आपको बता दें कि  द्रौपदी  मुर्मू  भारत के 15वेऔर दूसरा महिला है जो राष्ट्रपति बनी है. 

15वे राष्ट्रपति शपथ ग्रहण और पदभार

 पूर्ण बहुमत के साथ राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद  द्रौपदी मुर्मू ने  26 जुलाई 2022 को भारत के 15वें और भारत के दूसरी महिला  राष्ट्रपति के रूप में  भारत के 48 में मुख्य न्यायाधीश एनवी रामना ,  पूर्व राष्ट्रपति,  उपराष्ट्रपति,  प्रधानमंत्री,  और अन्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में शपथ ली.

द्रौपदी  मुर्मू भारत के राष्ट्रपति के इतिहास में आदिवासी समुदायों से राष्ट्रपति चुने जाने वाली पहली व्यक्ति है.   द्रौपदी  मुर्मू 1947 में भारत की आजादी के बाद राष्ट्रपति चुने जाने वाली सबसे कम उम्र की  व्यक्ति भी है. इससे पहले हमारे देश की पहली लीला महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के बाद दूसरी  महिला राष्ट्रपति के रूप में अपनी सेवा प्रदान करने वाली महिला बनी.  उन्होंने  राष्ट्रपति बनने के बाद 75way स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर 14 अगस्त 2022 को राष्ट्रपति के रूप में  पहली  राष्ट्र को  संबोधित किया था.

उन्होंने 2022 सितंबर में एक सरकारी कार्यक्रम प्रधानमंत्री टीवी मुक्त भारत अभियान शुरू किया. द्रोपदी मुर्मू राष्ट्रपति बनने के बाद कर्नाटक में 10 दिवसीय राजकीय उत्सव मैसूर दशहरा का उद्घाटन करने वाली भारत की प्रथम में राष्ट्रपति बनी. राष्ट्रपति का पदभार संभालने के बाद उन्होंने शुरुआती दौर पर असम,  मिजोरम,  नागालैंड  और सिक्किम जैसे देश के उत्तर पूर्वी राज्य का दौरा किया और साथी वहां का विभिन्न विकास परियोजना के  समारोह में भी भाग लिया.

राष्ट्रपति का पद भार संभालने के बाद उन्होंने विभिन्न कार्यक्रम का शुभारंभ किया और साथी उस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सबसे पहले अपने गृह राज्य उड़ीसा की पहली यात्रा की. उन्होंने उस वक्त अपनी मात्र संस्थानों का भी दौरा किया और साथ ही वहां के लड़के के किनारे स्कूली बच्ची से भी मुलाकात की और पूरी जगन्नाथ मंदिर के देवताओं के दर्शन करने के लिए वह 2 किलोमीटर तक पैदल भी चली थी. 

अप्रैल 2023 में उन्होंने असम के तेजपुर एयर स्टेशन पर सुखोई Su-30MKI फाइटर जेट में एक ऐतिहासिक उड़ान भी भरी थी.  ऐसे करने वाले राष्ट्रपति के लिस्ट में द्रौपदी  मुर्मू तीसरी नंबर में आती है. उन्होंने इस फाइटर जेट के उड़ान के अवधि में ब्रह्मापुत्र और तेजपुर घाटियों के साथ-साथ हिमालय पर्वत माला को कवर करते हुए लगभग 30 मिनट तक फाइटर जेट में उड़ान भरी थी. 

द्रौपदी मुरमू की विवाद(Controversy )

मई 2030 में जब सेंट्रल विस्ता प्रोजेक्ट के  लिए नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया.  उस वक्त विपक्षी ने राज्य के संवैधानिक प्रमुख के रूप में द्रौपदी मुरमू द्वारा इसका उद्घाटन करने की मांग की और समारोह को बहिष्कार करने का घोषणा किया था.  लेकिन बाद में द्रौपदी मुर्मू ने कहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी संसद के विश्वास का एक प्रतीक है और उन्हें  इस नए संसद भवन का उद्घाटन करने पर गर्व है और वह इस बात से बहुत ही संतुष्ट है. 

द्रोपदी मुर्मू की कुल संपत्ति (Droupadi Murmu Net Worth ) 

प्राप्त जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति मुर्मू की वेतन प्रणाली नीचे दी गई है. इस विवरण के अनुसार आप भारत के राष्ट्रपति का वेतन मान भी अनुमान लगा सकते हैं.

भारतराष्ट्रपति
वार्षिक केआधार पर वेतन₹60,00,000.00
मासिक के आधार पर वेतन₹5,00,000.00
सप्ताहिक के आधार पर वेतन₹1,15,384.62
दैनिक के आधार पर ₹23,076.92

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 निष्कर्ष

 इस लेख में हमने जाना हमारे देश के  15 वे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के जीवन परिचय (Droupadi Murmu Biography in Hindi ) और राष्ट्रपति बनने तक का सफर के बारे में,  आशा करता हूं आप लोगों को लेख जरूर पसंद आए हो.  किसी तरह का कोई सुझाव या चला है तू नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट जरूर करें धन्यवाद.

FAQs

Q. द्रोपति मुर्मू कौन है ?

A. द्रोपदी मुर्मू भारत के 15वे  और दूसरी महिला राष्ट्रपति है.

Q. द्रोपदी मुर्मू के पति का नाम क्या था ?

A. श्याम चरण मुर्मू

Q. द्रोपदी मुर्मू के कितने बच्चे थे ?

A. कुल तीन संतान दो पुत्र और एक पुत्री.

Q. द्रोपति मुर्मू किस समुदाय से है? 

A.  द्रौपदी मुरमू आदिवासी संताली समुदाय से है.

Q.  द्रौपदी मुर्मू बीजेपी में कब शामिल हुई ?

A.  द्रोपति मुर्मू बीजेपी में 1997 में शामिल हुई थी.

Q.  द्रौपदी मुर्मू की शादी कब हुई थी ?

A. द्रोपदी मुर्मू की शादी 1980 में हुई थी.

Q.  द्रौपदी मुरमू को किस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था ?

A. द्रोपति मुर्मू को नीलकंठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

Q. झारखंड का पहला  महिला राज्यपाल कौन था ?

A.  द्रौपदी मुरमू

Q. द्रोपदी मुर्मू राष्ट्रपति कब बनी ?

A. द्रोपति मुर्मू ने 15वें राष्ट्रपति के लिए 26 जुलाई 2022 में शपथ ली थी.

Q.  द्रौपदी  मुर्मू की बेटी का नाम क्या है ?

A.   द्रौपदी मुर्मू की बेटी का नाम इतिश्री मुर्मू  है.

Q. द्रोपदी मुर्मू के पिताजी का नाम क्या है ?

A. द्रोपदी मुर्मू की  पिताजी का नाम बीरांची नारायण युटुब टुडू  है.

Q.   द्रोपदी मुर्मू कितने नंबर के राष्ट्रपति है?

A. द्रौपदी मुर्मू 15 नंबर के राष्ट्रपति है .

 

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