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प्रेम मंदिर (Prem Mandir) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के मथुरा जिले के वृंदावन में अवस्थित या पवित्र और भव्य मंदिर. पूर्ण रूप से भगवान श्री कृष्ण और राधा को समर्पित है. यह भव्य प्रेम मंदिर का निर्माण जगत गुरु कृपालु महाराज द्वारा किया गया है. प्रेम मंदिर (Prem Mandir) को निर्माण करने में पूरे 11 साल की समया लगी है. और पूरे एक सौ करोड़ रुपए की धनराशि की लागत पर तैयार हुआ है. प्रेम मंदिर एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है. इस मंदिर की दर्शन करने के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं.
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में स्थित है प्रेम मंदिर (Prem Mandir) पूरे बृज क्षेत्र में सबसे सुंदर है. जब आरती के समय होता है तब मंदिर में भक्तों की बड़ी भीड़ होती है. मंदिर को पूर्ण रूप से सफेद संगमरमर से निर्माण किया गया है और इस पर बहुत ही जटिल नक्काशी की गई है. आइए जानते हैं विस्तार में उत्तर प्रदेश के मथुरा में अवस्थित वृंदावन की पवित्र और भव्य नवनिर्मित प्रेम मंदिर (Prem Mandir) के बारे में विस्तार में.
Table of Contents
मंदिर का नाम | प्रेम मंदिर वृंदावन उत्तर प्रदेश (Prem Mandir ) |
मंदिर का संबंध | सनातन हिंदू धर्म |
मंदिर का पता | वृंदावन |
जिला | मथुरा |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
निर्माता | जगदगुरू श्री कृपालुजी महाराज |
मंदिर की कुल लागत | एक सौ करोड़ |
मंदिर की निर्माण | इटालियन संगमरमर |
मंदिर की उद्घाटन | 17 फरवरी 2012 |
आधिकारिक वेबसाइट | www.jkp.org.in |

प्रेम मंदिर का इतिहास (History of Prem Mandir )
मथुरा के वृंदावन में अवस्थित प्रेम मंदिर (Prem Mandir) की इतिहास ज्यादा पुराना नहीं है. क्योंकि प्रेम मंदिर की शिलान्यास जगतगुरु श्री कृपालु जी महाराज के द्वारा हजारों भक्तों की उपस्थिति में 14 जनवरी 2001 को रखी गई थी. और जगदगुरू श्री कृपालुजी महाराज के नेतृत्व में संपूर्ण प्रेम मंदिर का निर्माण हुई है.
प्रेम मंदिर (Prem Mandir) को पूर्ण रूप से निर्माण होने में लगभग 11 साल की समय लगी थी और लगभग एक सौ करोड़ रुपए की धनराशि की लागत में यह मंदिर की निर्माण हुई थी. मंदिर के निर्माण में इटालियन करारा संगमरमर का प्रयोग किया गया है और इसे राजस्थान और उत्तर प्रदेश के 1000 शिल्पकार ओ ने मिलकर इस मंदिर को तैयार किया है. संपूर्ण प्रेम मंदिर 54 एकड़ में बना है तथा उसकी ऊंचाई 125 फुट तथा लंबाई 112 फुट तथा चौड़ाई 115 फुट है.
मंदिर की परिसर के अंदर फव्वारे राधा कृष्ण की मनोहर झांकियां, श्री गोवर्धन लीला, कालिया नाग दमन लीला, झूलन लीला की झांकियां उद्यानों के बीच सजाई गई है. मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर 8 मयूर ओके नकाशी धारण है तथा पूरे मंदिर की बाहरी दीवारों पर राधा कृष्ण की लीलाओं को शिल्प अंकित किया गया है. मंदिर की भीतरी दीवारों पर राधा कृष्णा और कृपालुजी महाराज की विभिन्न झांकियों का भी शिल्पा अंकित किया गया है. प्रेम मंदिर में कुल 94 स्तंभ बनाए गए हैं जिसमें राधा कृष्ण की विभिन्न लीलाओं को सजाया गया है.
मंदिर के गर्भगृह के बाहर और अंदर प्राचीन भारतीय वास्तुशिल्प की उत्कृष्ट पच्चीकारी और नक्काशी की गई है तथा संगमरमर की लीलाओं पर राधा गोविंद गीत सरल भाषा में भी लिखी गई है. साथ ही मंदिर परिसर में गोवर्धन पर्वत की सजीव झांकी भी बनाई गई है.और प्रेम मंदिर पूर्ण रूप से निर्माण हो जाने के बाद मंदिर को 17 फरवरी 2012 मैं लोकार्पण करने के बाद 17 फरवरी से संपूर्ण जनता के लिए खोल दिया गया था.
प्रेम मंदिर की निर्माण एवं वास्तुकला (Prem Mandir construction and architecture)
प्रेम मंदिर एक बेहद ही सुंदर पवित्र और भव्य मंदिर है इस मंदिर का निर्माण पूरा होने में लगभग 11 साल लगे थे साथ में इस मंदिर को राजस्थान तथा उत्तर प्रदेश के 1000 कारीगरों द्वारा तैयार की गई है. यह मंदिर को निर्माण होने में लगभग एक सौ करोड़ रुपए का खर्च हुआ है. प्रेम मंदिर की वास्तु कला तथा भव्य मंदिर किसी को भी अपने तरफ खींचने में मजबूर कर देती है.
प्रेम मंदिर का निर्माण राजस्थान के सोमनाथ गुजराती स्थापत्य शैली में किया गया है. मंदिर की संरचना पूर्ण रूप से इटालियन संगमरमर से किया गया है. यह मंदिर को स्वयं जगदगुरू श्री कृपालुजी महाराज द्वारा बनाई गई है.

प्रेम मंदिर के बारे में कुछ रोचक जानकारी (Important & Interesting Fact of Prem Mandir )
मंदिर की ऊंचाई 125 फीट लंबाई 122 फीट और चौड़ाई 115 फीट है. मंदिर के दरवाजे और खिड़कियों पर बहुत ही खूबसूरत और आकर्षक नक्काशी की गई है. जिससे यहां पर आने वाले श्रद्धालु भक्तजन बेहद ही आकर्षित हो जाते हैं. साथी मंदिर के दीवारों और फर्ज को विभिन्न रंगीन पत्थरों से सजाया गया है.
जहां पर विभिन्न फूलों की खेलती हुई लताओं को चित्रण किया गया है. आपको बता दें कि प्रेम मंदिर को पूर्ण रूप से विभिन्न सुंदर लाइट के साथ सजाया गया है जब आप रात में मंदिर जाते हैं तो वहां पर आपको मंदिर में लगाए गए वह लाइट हर 5 मिनट में अपने रंग बदलती हुई देखने को मिलेगा.
प्रेम मंदिर में एक परिधि मार्ग भी है जहां पर 48 फलक है जिसमें भगवान श्री राधा कृष्ण के अति तो को दर्शाती है . साथ ही मंदिर के अंदर आपको कृष्ण लीला और चमत्कार के चित्र भी देखने को मिलेगा. मंदिर की पहला मंजिल पर भगवान श्री कृष्ण और राधा की आकर्षक मूर्तियां स्थित है तो वहीं दूसरी मंजिल पर भगवान श्री राम और सीता की मूर्ति है.
प्रेम मंदिर में मनाए जाने वाले मुख्य उत्सव (Prem Mandir Main Festival )
वृंदावन में अवस्थित प्रेम मंदिर साल में 2 सबसे बड़े उत्सव मनाए जाते हैं पहला भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी और राधाष्टमी त्यौहार को बड़े ही उत्साह के साथ और धूमधाम से मनाया जाता है. इस उत्सव के अवसर पर श्रद्धालु विभिन्न राज्य और शहरों से मंदिर के दर्शन के लिए आते हैं और इस पवित्र उत्सव में भाग लेकर पुण्य का भागी बनते हैं.
प्रेम मंदिर में रात में देखने लायक नजारा (Prem Mandir Night View )
मंदिर में हर शाम 7:00 बज के 7:30 बजे तक म्यूजिकल फाउंडेशन शो का आयोजन किया जाता है. इस दौरान आने वाले श्रद्धालु इस शो का भरपूर आनंद लेते हैं.क्योंकि इस समय में आरती का समय होता है और साथ ही मंदी परिसर के चारों ओर देखने लायक नजारा रहता है.

प्रेम मंदिर खुलने का समय सारणी (Prem Mandir Time Table )
- प्रेम मंदिर में सुबह 5:30 बजे से लेकर 6:30 बजे तक आरती और परिक्रमा होती है.
- उसके बाद 6:30 बजे से लेकर 8:30 बजे तक मंदिर को भोग के लिए बंद कर दी जाती है.
- फिर सुबह 8:30 बजे से लेकर दोपहर 12:00 बजे तक दर्शन के लिए प्रेम मंदिर के द्वार को खोल दी जाती है.
- दोपहर को मंदिर को 12:00 बजे से लेकर शाम 4:30 बजे तक बंद कर दी जाती है.
- फिर शाम 5:30 बजे से लेकर 8:00 बजे तक प्रेम मंदिर में फिर से भोग के लिए मंदिर के द्वार बंद कर दी जाती है.
- रात में 8:00 बजे से लेकर 8:30 बजे तक शाम की आरती के लिए मंदिर की दरवाजा खोल दी जाती है और उसके बाद फिर मंदिर बंद कर दी जाती है.
प्रेम मंदिर कैसे पहुंचे (How to Arrived Prem Mandir )
यदि आप भी प्रेम मंदिर की यात्रा करनी चाहते हैं दर्शन करना चाहते हैं तो आप प्रेम मंदिर सड़क मार्ग, ट्रेन मार्ग या हवाई मार्ग के द्वारा अपनी सुविधा के आधार पर यात्रा कर सकते हैं.
यदि आप हवाई मार्ग से यात्रा करते हैं तो मंदिर से 80 किलोमीटर दूर आगरा में हवाई अड्डा है वहां से आप टैक्सी या किसी ट्रांसपोर्ट की चाहता ले सकते हैं.
यदि आप रेलवे मार्ग से यात्रा करना चाहते हैं तो प्रेम मंदिर के लिए नजदीकी रेलवे स्टेशन मथुरा जक्शन है और यहां से प्रेम मंदिर सिर्फ 8 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित है.
प्रेम मंदिर दर्शन के लिए कुछ मुख्य टिप्स (Some main tips for visiting Prem Mandir )
- यदि आप प्रेम मंदिर की यात्रा कर रहे हैं तो आप याद रखें कि मंदिर के अंदर फोटोग्राफी और शराब पूर्ण रूप से प्रतिबंध है.
- यदि आप मंदिर में पेड़ा प्रसाद के रूप में लेना चाहते हैं तो आपको प्रति पैकेट एक ₹100 देने होंगे.
- शारीरिक रूप से विकलांग तथा बुजुर्ग श्रद्धालु भक्तों के लिए मंडी परिषद में हु इस शेयर की व्यवस्था की गई है.
- यदि मंदिर दर्शन के लिए जाते हैं तो आपको टाइम टेबल का ख्याल जरूर रखनी चाहिए.
- मंदिर परिसर में प्रवेश करने से पहले आपको सिक्योरिटी जाट से गुजरना होगा.
- मंदिर परिसर के अंदर गंदगी फैलाना पूर्ण रूप से निषेध है.
प्रेम मंदिर की पूरा पता और नक्शा
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FAQs
Q. where is prem mandir ?
Ans, – Sri Kripalu Maharaj ji Marg, Raman Reiti Vrindavan, Uttar Pradesh 281121
Q. प्रेम मंदिर में क्या प्रसिद्ध है?
Ans, – क्योंकि प्रेम मंदिर भगवा से कृष्णा और राधा के लिए समर्पित है.
Q. प्रेम मंदिर का क्या रहस्य है?
Ans, – क्योंकि प्रेम मंदिर अटूट प्रेम की एक प्रतीक है.